एक शब्द , दो शब्द , हजार शब्द
उलझ -2 कर गुथ गए हैं,
फंसे हुए है,
जाले जैसे
यादें पहले रंगीन थी
भूल -2 कर श्याम हो गयी,
धुंधली सी,
धुंद जैसे
एक प्रश्न , कई उत्तर
एक प्रश्न , कोई उत्तर नहीं,
इतना कठिन है,
पहेली जैसे
पूछ -2 कर थका हूँ
चीखो, कहो, कुछ तो बोलो,
क्यों हो इतने
मौन जैसे।
http://www.parikalpnaa.com/2012/12/blog-post_5.html
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