"यूपी की शादी का एक दृश्य"
बाराती ताबड़ तोड़ तरीके से नाचते हुए गंतव्य की ओर पहुँचने को हैं।
अंधड़ तरीके से दूल्हे के दोस्त ऐसे नाच रहे है, जैसे Dance India Dance की गीता माँ, टेरेन और रेमो डिसूजा उन्हें जज कर रहे हैं, और अभी मिथुन दा उठ के "क्या बात, क्या बात" करके दाद दें ही देंगे।
बारात गंतव्य गेट तक पहुंच जाती और दूल्हे की कार अंदर जाने को हैं, और तभी दोस्तों के दिमाग में जैसे एक हूटर बज जाता है कि बस ये आखिरी मौका बचा है दूल्हे को दिखाने का, कि कौन कितना नाचा ! इसी के साथ सभी दूल्हे की गाड़ी के आगे लोट कर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में लग जाते हैं।
मौसम कैसा भी हो, हर दोस्त इतनी शिद्दत से तो नाच ही लेता हैं कि उसकी बनियान, कमीज और कोट तीनो सामान मात्रा में पसीने से महकने लगते हैं, और जो दोस्त Deo/Perfume लगाना भूल गए थे उन्हें खुद का शरीर त्यागने का मन करने लगता हैं।
बारात के स्वागत में सब हाथ में 'गेंदे के माला' लेकर खड़े हैं। जैसे भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस आंसू गैस के गोले छोड़ती है, ठीक वैसे ही यहाँ दूल्हे को दोस्तों को काबू करने के लिए लोग ज़बरदस्ती गेंदे की माला पहनाने में लग जाते है, जिससे उन्हें ये लग जाय कि बेटा तुम जिस काम के लिए आये थे, ये उसी का पुरस्कार हैं। और यकीन मानिए माला गले में डलते ही ना जाने कहा की शालीनता आ जाती है।
दोस्तों के द्वारा किया गया ये सामूहिक तांडव का एक सुखद अंत हो जाता है, और बाद में सभी दोस्त चाट, गोलगप्पे और चाउमीन के काउंटर पे अपनी भूख मिटाते हुए पाये जाते हैं।